Wednesday, December 23, 2015

NDA GA Bipolarization: 30, 20, 50: What India Needs

The original version of General Electric's cir...
The original version of General Electric's circular logo and trademark. The trademark application was filed on July 24, 1899, and registered on September 18, 1900 (Photo credit: Wikipedia)
थर्ड फ्रंट तो था ही नहीं। २०१४ में। और राहुल भी उम्मेदवार नहीं थे। सोनिया ने सक्रिय पहल किया। तो बीजेपी को ३०% और काँग्रेस को मिला २०% ---- और दुर दुर तक कोसो तक एक सफ़ेद धुँवा है फैला हुवा जहाँ ५०% मत बिखरे पड़े हैं। वो थर्ड फ्रंट नहीं है। इसी लिए मैंने कहा देशकी राजनीती एक कॉमेट की तरह है। न unipolar, न bipolar, न multipolar. सफेद धुँवा फैला हुवा है। इससे देश को घाटा है। देश के के हित में है कि एक bipolarization हो जाए। लोकतंत्र को अर्थतंत्र को ये चाहिए।

CBI ने जो रेड किया केजरीवाल के ऑफिस में ये तो बहुत बड़ी बात हो गयी। खबर मिल रहा है कि मोदी ने नहीं करवाया। तो ये क्या हुवा? ये तो एक कु हो गया। इससे पहले जिस सक्स को सीबीआई ने तंग किया वो आज प्रधान मंत्री है। उससे पहले जभी लालु को तंग किए। कुछ समय बाद अंक गणित लालु के पक्ष में आ गयी थी। Waste कर दिया गया।

General Electric कंपनी में है १० साल में लीडरशिप चेंज होता है। तो एक प्रक्रिया है एक रश्म है। भारत में कहा जाता है CBI संसद के अधीन है, पाकिस्तान में ISI पैरेलल गवर्नमेंट के तरह है। कहीं भारत में भी वो समस्या तो नहीं। CBI में कोई सेल है जो data crunching करती है और निर्णय करती है अगला बन्दा ये है। बहुत ही गलत बात है। You can't second guess the people like that. Especially, you can't act upon it to try and influence the democratic process.

Grand Alliance की बात शुरू हुवी है बिहार से। वो बात बिहार से बाहर जाती है कि नहीं वो अभी देखना बाँकी है।

सारे देश के सभी चुनाव पाँच साल में एक बार किए जाने की बात हो रही है। वो गलत होगी। लेकिन पाँच साल में दो बार हो तो शायद सही है। केंद्र, राज्य और स्थानीय। ढाई साल में एक ऐतवार को। बुथ पर जाना है।



Ramayana: Rewriting History

English: Deities of Sri Sri Sita-Rama, Lakshma...
English: Deities of Sri Sri Sita-Rama, Lakshmana, Hanuman at Bhaktivedanta Manor temple, in Watford, England. (Photo credit: Wikipedia)
Valmiki was a Sanatani. He made Ram look bad. Ram's story is unique. नहीं तो जीजस को देखो अकेले पोल पर लटका हुवा है। ईसाइ धर्म में या यहुदी में है की ईश्वर ने पुरुष बनाया और पुरुष ने अपने हड्डी से औरत। तो वहां तो महिला को बराबरी मिलने से रहा। विश्व के प्रमुख धर्मो में सिर्फ राम सीता की कहानी है जहाँ महिला पुरुष बराबर हैं। बल्कि सीता एक स्तर ऊपर। राम दशरथ का पुत्र सीता धरती की पुत्री। राम ने धनुष नहीं उठाया। सीता ने शिव से अनुनय किया कि मैं चाहती हुँ यही धनुष उठाए। राम सीता पर आधारित धर्म में महिला को बराबरी मिलेगी, मिलनी चाहिए। यानि की रामभक्त को दलित बनाना सिर्फ हरिजन नहीं महिला पर भी वार है। सनातनी महिला को जगह नहीं देते। बिलकुल नहीं।

तुलसीदास रामभक्त था। हरिजन। दलित। रामभक्त ने राम को हीरो के रूप में प्रस्तुत किया। वाल्मिकी के संतति आज के नेपाल के विलन हैं। कुछ ही रोज पहले जानकी मंदिर के भितर बुट पहन के घुस गए। एक हिन्दु वो काम कर ही नहीं सकता।

रामभक्त को दलित बना दिया। तो फिर राम मंदिर किसने तोडा? सोंचने वाली बात है।

राम तो बाद में आए। वानर सेना बाद में आई। सीता ने लंका में अपनी रक्षा खुद की। रावण शायद सनातनी शैतान था। कहा भी गया है, he was the most learned man alive. यानि की उस युगका टॉप सनातनी। शैतान। वेद पुराण का ज्ञाता। That makes the Ramayana a feminist story. कि उससे पहले औरत को प्रॉपर्टी की तरह उठा लिया जाता था।

मंदिर तोडा सनातनी ने दोष दे रहे हैं मुसलमान को। सनातनी के बाद कृष्ण के बाद राम के बाद बुद्ध के बाद जीजस  मुहम्मद। सनातनी को कृष्ण से वैर, राम से वैर, बुद्ध से वैर, जीजस से वैर तो फिर मुसलमान से क्यों नहीं होगा वैर? ये डिवाइड and रूल है। यादव और मुसलमान इतने आसानी से मिल जाते हैं। राम मंदिर का तथ्य सामने आया तो यादव, हरिजन और मुसलमान एक जगह आ जायेंगे। सनातनी ये नहीं चाहता।

रावण भी सनातनी, वाल्मीकि भी। अंग्रेज थोड़े कहते हैं हमने कोलोनाइज़ किया। वो कहते हैं हम ने तुम पर उपकार किया। कलम कौन चला रहा है उससे बहुत फर्क पड़ता है।

Why did Tulsidas make changes while rewriting Valmiki's 'Ramayana' as 'Shri Ramcharitmanas'?
Technically speaking, the Ramcharitamanas, or the Kambaramayanam, are all just regional remakes of the original, Valmiki's Ramayana. These might have minor tweaks here and there, but the crux is the same, the story is the same. ..... this is the reason stories like Ramayana when written in various regional languages by Tulsidas, Kamban, Krittivasan, are adapted so as to appeal to the people from the respective regions .... For instance,

in the Ramcharitamanas, there is no mention of Lava Kusa in the Uttara Kanda. When Rama asks Sita to go to the forest, to put to an end the gossip of his subjects, Tulasidas who views Sita as more than a mother and is unable to put her through the tortures of the forest in his version, so he makes Sita call for her Mother, the Earth right away, and Rama, unable to live away from Sita, leaves his mortal body right there.

........ a major deviation from the Valmiki's Ramayana ...... there is this beautiful romanticizing of the Rama-Sita swayamvara in the Kamba Ramayana, where Kamban famously says "Annan-um nokkinaar, aval-um nokkinaal." (Older brother proceeded, she followed suit! (with legs, eyes, multiple meanings) It's a beautiful one-line love-story of Rama-Sita (Kamban always referred to Rama as an older brother in his version), before the actual swayamvara, wherein it talks about how Sita following her glimpse of Rama, prays to Shiva to get Rama to break the Shivdhanush. Small additions like this to the storyline, makes it more beautiful to read, and this is something that is definitely encouraged in literature.
Difference between original ramayan and the ramayan you know
Full text of "Difference between original ramayan and the ramayana you know"
What is difference between tulsidas and valmiki ramayana?
10 Differences Between Ramayana and Ramcharitmanas
Valmiki Ramayana vs. Tulsidas' Ramayana vs. Serials