मान लो मोदी वाकइ में चीन के डेंग सिआओपिंग के भारतीय रूप हैं और वो लगातार १५-२० साल शासन करते हैं। भारत के अर्थतंत्र को सही नेतृत्व देते रह जाते हैं। जो कि आसान काम नहीं है। भारत लोकतंत्र है। मोदी चुनाव के बाद चुनाव जितते रहेंगे ऐसा कोइ गारंटी तो है नहीं।
लेकिन मान लो वैसा हुवा। वो डेलिवर करते गए। चुनाव जितते गए।
तो उसके बाद उनका उत्तराधिकारी कौन? स्वाभाविक है मोदी के ही जेनेरशन का कोइ नहीं। तो अगले जनरेशन का कौन? अखिलेश, राहुल, आदि हैं। लेकिन उस अगले जेनेरशन के सबसे प्रतिभाशाली व्यक्ति हैं प्रशांत किशोर। राजनीतिक कुशलता के हिसाब से वही दिख रहे हैं।
तो उनके लिए रास्ता क्या है? क्या हो सकता है? जिस तरह अमरिका में अलेक्सांद्रिया ओकाजिओ कोर्टेज राष्ट्रपति बनेगी वैसे ही कहा जा सकता है प्रशांत किशोर भारत के प्रधान मंत्री बनने के लायक हैं।
रास्ता ये हो सकता है कि वो अगले चुनाव में पटना पहुँचते हैं और नीतिश के नम्बर दो बनते हैं। उसके बाद के चुनाव में नीतिश स्वेच्छा से रिटायर हो जाते हैं और प्रशांत को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हैं। और अभी से तभी तक प्रशांत अपनी पार्टी जदयु को लगातार बिहार से बाहर विस्तार करते हैं।
तो एक बार बिहार में मंत्री, उसके बाद मुख्य मंत्री। तब तक मोदी रिटायर होने के कागार पर रहेंगे शायद।
तो NDA की नम्बर दो पार्टी के नेता होते हुवे भी वो उस गठबंधन के तरफ से देश के प्रधान मंत्री बन सकते हैं। लेकिन कमसेकम ५० सांसद तो अपनी चाहिए।
अर्नब की इतनी शालीन इंटरव्यू आपने कभी देखी है? मैंने तो नहीं देखी। फिदा हैं प्रशांत पर।
बिहार २०२५
बिहार
बिहार २०२५
क्या प्रशांत किशोर नरेन्द्र मोदी के उत्तराधिकारी हैं? https://t.co/4dTbP8A1H1
— Paramendra Kumar Bhagat (@paramendra) March 25, 2019
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