- ग्रैंड अलायन्स को एक राष्ट्रिय स्वरुप देने का प्रयास हो।
- सदस्य पार्टी यो को सभी तह पर एक पद एक उम्मेदवार पर जाना होगा।
- सदस्य पार्टी के दिल्ली में जितने सांसद हैं सब एक जगह आएंगे, वो निर्वाचक मंडल हुवा। उसमें ५०% से ज्यादा मत जो बटोरे वो ग्रैंड अलायन्स का राष्ट्रिय अध्यक्ष हुवा।
- वही फोर्मुला राज्य स्तर पर भी लागु हो।
- लेकिन ये तो संगठन वाली बात हुई। उससे ज्यादा महत्वपुर्ण बात है विज़न। Anti-BJP is not a vision.
- ५ स: सुशासन, शिक्षा, स्वास्थ्य, संरचना, सुलभता।
- लक्ष्य है डबल डिजिट ग्रोथ रेट।
युपी में ऐसा नहीं हो सकता? मायावती और अखिलेश ५०-५० सीट डिस्ट्रीब्यूशन करें २०१७ में। जो ज्यादा सीट जितेगा वो मुख मंत्री। ये बात मायावती को बोलो तो वो कहेंगी आप अपनी हवा मिठाई घी के साथ खाओ।
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