मोदी ने ऐसा कदम लिया जिसे जब बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट चलाते थे तो कहते थे Bet The Company Move, यानि कि सारे के सारे कंपनी को दांव पर लगा दिया। मोदी के कदम से या तो वो २०१९ का चुनाव पुरे सफाया ही हो जाते या नहीं तो विपक्षी का पुरा सफाया। Demonetization सफल हुइ तो ममता केजरी सब का पत्ता साफ। नीतिश तो मैदान से निकल ही गए कि हम मुख्य मंत्री ही ठीक हैं।
केन्या कौन सा जर्मनी है। वहाँ तो डिजिटल पैसा बहुत पहले से चलता आ रहा है। M-Pesa बोलते हैं। नोटबंदी एक सुनहरा मौका है। पैसा digitization करने का।
मोदी ने बोल दिया अगला कदम है बेनामी प्रॉपर्टी। नहीं बोला होता तो demonetization फ्लॉप।
उसके बाद है सोना। काला धन से बड़ी समस्या है सफ़ेद सोना। लोग सोना रखते क्युं है। जितना बाहर विदेश से FDI आएगा उससे कई ज्यादा गुना पैसा तो देश के भितर है। सोना। भारत अभी भी सोने की चिड़िया है। सोना को पैसा बनाओ और बैंक में रखो। तो फिर देखो तरक्की।
१२ लाख करोड़ पैसा लोगो ने बैंक में रखा। अब ये अर्थतंत्र के काम आएगी।
नगद और सोना। यानि कि पुंजी की कमी।
दुनिया का सबसे पॉपुलर पॉलिटिशियन ने बहुत बड़ा कदम लिया। This shows he is decisive and a risk taker.
अमरिका १०० डॉलर का नोट इसी तरह वापस ले ले को दुनिया के सभी ड्रगलोर्ड समाप्त हो जायेंगे।