Monday, June 15, 2015

अगर बिहार में बीजेपी हार जाती है

(Sitting L to R)Rajendra Prasad and Anugrah Na...
(Sitting L to R)Rajendra Prasad and Anugrah Narayan Sinha during Mahatama Gandhi's 1917 Champaran Satyagraha (Photo credit: Wikipedia)
अगर बिहार में बीजेपी हार जाती है तो इसका मतलब ये नहीं होगा कि मोदी पर से बिहार के लोगों का विश्वास उठ गया है। वो तो २०१९ में पता चलेगा। Bihari voters are smart. They know the difference between a central government and a state government. They are not like the media people who keep making it sound like this 2015 election in Bihar is a referendum on Modi.

जो मोदी को मैंडेट मिला है वो लोगों ने पाँच साल के लिए दिया हुवा है। २०१९ तक he is good. 

१५% और १०% में फर्क

१०% growth rate पर ७ साल में doubling होती है, १५% growth rate पर ५ साल में। बहुत फर्क पड़ता है। Compete भी करिए और cooperate भी करिए। मोदी कहते हैं, "दल से बड़ा देश।" तो उसके जवाब में "दाल में कुछ काला है" मत कहिए। उस बात पर मनन करिए। जनता द्वारा चुने प्रधान मंत्री की बात पर मनन करना लोकतान्त्रिक संस्कृति का तकाजा है। मोदी एक व्यक्ति नहीं एक संस्था है। जब तक देश में से गरीबी ख़त्म न हो जाए तब तक Opposition को thoughtful opposition का रोल अदा करना चाहिए। चीन ने तो किया गरीबी ख़त्म। आप के सामने किया। कैसे किया? Per capita income के हिसाब से १९९० में भारत चीन से आगे था। अब देखो। जब गरीबी ख़त्म हो जाए तब फिर knee jerk opposition का मौका मिलेगा।

All Of Bihar Is One Big City
Bihar@2025
India: A 15% Growth Rate Is Possible
100 Smart Cities, 100 World Class Universities
India's Goal: $50 Trillion

१५% और १०% में फर्क बहुत है। १०% तो चीन ने किया। उसको मात करो। संभव है। A 15% growth rate for 30 years: that should be the goal.



६४ ट्रिलियन चाहिए कि २५६ ट्रिलियन? ----- per capita income का हिसाब करो, Gross Domestic Product का नहीं। भारत का Gross Population भी तो बहुत है।

256 Trillion/ 2 Billion = $128,000

तो २०५० में एक भारतीय का वार्षिक आमदनी १२८,००० डॉलर हो जाये, वो नार्मल बात है। सालाना १२८,००० डॉलर कमाने वाले लोग मैं रोज मिलता हुँ। कौन सी बड़ी बात है?

लेकिन हवा और पानी गन्दा कर के वहां नहीं पहुंचना। शरीर के लिए सबसे जरुरी हवा, तब पानी, तब भोजन तब और कुछ। गन्दा हवा और पानी वाला विकास तो विकास ही नहीं है।