Wednesday, March 18, 2015
Monday, March 16, 2015
Trying Hard To Understand The Nitish Viewpoint On Land Acquisition
Nitish is opposing the land acquisition bill tooth and nail. So is Kejriwal. वैसा क्या है उसमें? I will be the first to admit I have not studied all the details of the bill. But this might be the first time when I am no longer putting Modi and Nitish/Kejri on equal pedestal. I am siding with Modi on this one.
Industry और infrastructure के लिए जमीन चाहिए। भारतको First World Country बनाना है कि नहीं? मोदीको judge करने का मेरा standard high है ---- यदि वो देशको डबल डिजिट growth रेट देते हैं तो पास नहीं तो मेरे हिसाब से फेल। तो it is so obvious to me that he needs to get the land acquisition bill passed if he is to take India to double digit growth rates.
मैं तो नितीश का फैन हुँ but he is losing me on this one.
एक ये हो सकता है कि किसान खेतीपाती नहीं करेंगे तो क्या करेंगे? उसी किसान के खेत तक सिंचाई पहुँचाने के लिए ही तो land acquisition bill चाहिए। The land acquisition bill is not just about industrialization. Infrastructure तो किसानों को भी चाहिए। किसान तो खेती करेंगे, लेकिन उसी किसान के संतान के लिए फैक्ट्री में जॉब चाहिए कि नहीं तो फैक्ट्री बैठाने के लिए जमीन चाहिए कि नहीं? मोदी चायवाला --- गरीबका अहित क्युँ सोंचेगा?
एक ये हो सकता है। रोड और सिंचाई से भी जरुरी है गाओं गाओं तक ब्रॉडबैंड पहुँचाना। ताकि लोग खेती से सर्विस सेक्टर कि ओर transition कर सकें --- तो मोदी वो भी तो कर रहे हैं। नहीं?
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